अपने वालदैन को ख़ुश करने के 40 तरीके!!
1. उनके साथ रहते अपने फ़ोन को दूर रखो.
2. वे क्या कह रहे हैं इस पर गोर करें
3. उनका मशविरा इख़्तयार करो
4. उनकी बातचीत में शामिल हों.
5. उन्हें इज़्ज़त के साथ देखें.
6. हमेशा उनकी तारीफ़ और होसला अफ़ज़ाई करें.
7. अपनी तमाम ख़ुशियों में उन्हें शरीक करें
8. उन्हें ऐसी कोई भी ख़बर न सुनाएँ जिससे उनका दिल टूट ने का ख़तरा हो
9. उनके दोस्तों और चाहने वालों से इज़्ज़त व सलीके से पेश आएं
10. उनके लिए गए फ़ैसले हमेशा याद रखें उनके फ़ैसलों से आप सबक हासिल करें
11. वो अगर एक ही बात को दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली मर्तबा सुन रहे हो.
12. गुज़री हुई तकलीफ़ दी गईं यादों को उनके सामने न दोहरायें.
13. उनकी हाज़री में और पीठ पीछे चुगली ना करें
14. उनके साथ तमीज़ और एहतराम से बैठें.
15. उनकी सोंच और मशविरे को फ़ालतू की सोंच न बताये न ही उनकी बुराई करें.
16. उनकी बात काटने से बचें.
17. उनकी उम्र का लिहाज करें.
18. उनके आसपास उनके पोते
पोतियों को डांटने और मारने से बचे
19. उनका मशविरा और हुक्म माने
20. हर काम में माँ बाप की सलह लें बिना सलह के कोई क़दम न उठायें
21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करें.
22. उनके आगे या बराबरी से न चलें.
23. उनसे पहले खाने से बचें.
24. उन्हें घूरें नहीं.
25. उन्हें तब भी फ़ख्र महसूस करायें जब कि वे अपने को इसके लायक न समझें.
26. उनके सामने अपने पैर करके या उनकी ओर अपनी पीठ कर के बैठने से बचें.
27. न तो उनकी बुराई करें और न ही किसी दूसरे की की गई उनकी बुराई का बखान करें.
28. उन्हें अपनी दुआओं में हमेशा शरीक करें.
29. उनकी हाज़री में ऊबने या अपनी थकान का एहसास उन्हें न होने दें
30. उनकी गलतियों और झुंझलाहट पर हँसने से बचें.
31. कहने से पहले उनके काम करें.
32. पावंदी से रोज़ उनके पास जायें.और हो सके तो पैर दबादें
33. उनके साथ बात चीत में अपने अल्फ़ाज़ों को ध्यान से इस्तेमाल करें
34. उन्के साथ उसी हिसाब से पेश आएं जो वे पसन्द करते हैं.
35. अपने सब ज़रूरी कामों से पहले उनका दिया गया काम करें
36. वालदैन इस दुनिया में सबसे बड़ा खज़ाना हैं
37. माँ बाप के सामने अपनी एहलिया से सिर्फ़ काम ही की बात करें
38. उनकी ज़रूरतों को अपनी ज़िम्मेदारी समझें
39. उनकी क़ुर्बानियों को याद रखें
40. और हमेशा ये याद रखें की वो माँ बाप ही हैं जो आपको इस दुनिया में लाने का ज़रिया बने
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