60 सूरए मुम्तहिनह -पहला रूकू
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला (1)(1) सूरए मुम्तहिनह मदनी है इसमें दो रूकू, तेरह आयतें, तीन सौ अड़तालीस कलिमें, एक हज़ार पाँच सौ दस अक्षर हैं. ऐ ईमान वालो! मेरे और अपने दुशमनों को दोस्त…
पाँचों वक़्त की नमाज़ में पढ़े जाने वाले फ़र्ज़, सुन्नत और नफ़्ल
بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡمِ मुसलमानों पर पूरे दिन में पाँच वक़्त की नमाज़ें फ़र्ज़ की गई हैं। इन पाँच वक़्तों में फ़र्ज़ नमाज़ के अलावा कुछ नफ़्ल नमाज़ें भी साथ में पढ़ी जाती हैं जो अहादीस वग़ैरा से साबित हैं।…