तफसीर सूरए माइदा – तीसरा रूकू
(1) कि अल्लाह की इबादत करेंगे, उसके साथ किसी को शरीक न करेंगे. तौरात के आदेशों का पालन करेंगे. (2) हर गिरोह पर एक सरदार, जो अपनी क़ौम का ज़िम्मेदार हो कि वो एहद पूरा करेंगे और हुक्म पर चलेंगे….
काफ़िरा औ़रत से पर्दा
सुवाल❓➡क्या इस्लामी बहन का काफ़ीरा औ़रत से भी पर्दा हैं ? 🔶जवाब🔶➡जी हां, काफ़िरा औ़रत से भी उसी त़रह़ पर्दा हैं जिस त़रह़ ग़ैर मर्द से पर्दा हैं !🌹अल्लाह तआ़ला इर्शाद फ़रमाता हैं :तरजमए कन्ज़ुल ईमान :और मुसलमान औ़रतों को…
तफसीर सूरए माइदा – पाँचवा रूकू
(1) जिनका नाम हाबील और क़ाबील था. इस ख़बर को सुनाने से मक़सद यह है कि हसद की बुराई मालूम हो और सैयदे आलम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम से हसद करने वालों को इस से सबक़ हासिल करने का मौक़ा मिले….
तफसीर सूरए माइदा – सातवाँ रूकू
(1) कि इसको अपने सीनों मे मेहफ़ूज़ रख़ें और इसके पाठ में लगे है ताकि वह किताब भुलाई न जा सके और उसके आदेश ज़ाया न हों.(ख़ाज़िन) तौरात के मुताबकि़ नबियों का हुक्म देना जो इस आयत में आया है…
Shab e Jumu’ah Darood Shareef.
*بسم الله الرحمن الرحيم**الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ* _شب جمعہ کا درود شریف_ اَللّٰـــهُمَّ صَــلِّ وَسَلِّمْ وَبَارِكْ عَــلٰى سَيِّدِنَا وَمَوْلٰنَا مُحَــمَّدٍ نِ النَّبِيِّ الْاُمِّيِّ الْحَبِيْبِ الْعَالِي الْقَدْرِ الْعَظِيْمِ الْجَاهِ وَعَلٰی اٰلِهٖ وَصَحْبِهٖ وَبَارِك وَسَلِّم اَللّٰـــهُمَّ صَــلِّ عَــلٰى مُحَــمَّدٍ وَّاَنْزِلْهُ…
बेहतरीन नसीहत
*मदीना मुनव्वरा के गिर्दो नवाह में एक डेरे पर एक औरत फौत हुई तो दूसरी उसे ग़ुस्ल देने लगी, जो ग़ुस्ल दे रही थी,जब उसका हाथ मरी हुई औरत की रान पर पहुंचा तो उसकी ज़बान से निकल गया, मेरी…
Allah Ka Kudrat
अल्लाह तआला ने हमारे उपर मजबूत आसमान बनाया, रोशनी के लिए उस में चांद,सूरज और चमकदार सितारे बनाए और उसीने बग़ैर सहारे के उस को जमीन पर गिरने से रोक रखा है, जब के इनसान हलकी सी चीज़ भी बगैर…
Mardo Ke Liye Naseehat
👉 Nigahe Nichi Rakho – Ki Tum Se Tumhri Maa Ki Tarbiyat Ki Pahchan Hogi, Wahi Maa Jiske Kadmo Ke Niche Jannat Hai.👉Nigahe Nichi Rakho – Ki Wo Bhi Kisi Ki Bahan Hai Tumhri Bahan Ki Tarah.👉Nigahe Nichi Rakho – Ki…
तफसीर सूरए अनआम सोलहवाँ रूकू
(1) यानी क़यामत का दिन. (2) और अल्लाह के अज़ाब का डर दिलाते. (3) *क़ाफ़िर, जिन्न और इन्सान इक़रार करेंगे कि रसूल उनके पास आए और उन्होंने ज़बानी संदेश पहुंचाए और उस दिन के पेश आने वाले हालात का ख़ौफ़…
तफसीर सूरए अनआम उन्नीसवाँ रूकू
(1) उसका बयान यह है. (2) क्योंकि तुमपर उनके बहुत अधिकार हैं. उन्होने तुम्हारा पालन पोषण किया, तुम्हारी तरबियत की, तुम्हारे साथ शफ़्क़त और मेहरबानी का सुलूक किया, तुम्हारी हर ख़तरे से चौकसी की. उनके अधिकारो का ख़्याल न करना…