शबे में’राज के मुशाहदात
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِاَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ*हज़रते बिलाल के क़दमों की आहट*जन्नत कि सैर के दौरान हुज़ूर ﷺ ने किसी के क़दमो की आहट समाअत फ़रमाई जिसके बारे में आपको बताया गया कि ये हज़रते बिलाल رضي الله عنه है!क़ुर्बान जाइये! क्या शान है मुअज़्ज़िने रसूल बिलाल हबशी رضي الله عنه की, […]
तफ़सीर सूरए अअराफ़ – चौदहवाँ रूकू
(1) जिसने जादू से नज़र बन्दी की और लोगों को लाठी अजगर नज़र आने लगी और गेहूवाँ रंग का हाथ सूरज से ज़्यादा चमकदार मालूम होने लगा. (2) मिस्त्र.(3) हज़रत हारून. (4) जो जादू में माहिर हो और सबसे योग्य. चुनांचे लोग रवाना हुए और आसपास के क्षेत्रों में तलाश करके जादूगरों को ले आए. […]
.हुज़ूरﷺ_के_नाम_का_अदब
Assalamu Alaikum wa rahamtulhi wa barakatuhu.Bismillah hir Rahman Nir Rahim. ….हुज़ूरﷺ_के_नाम_का_अदब…. _आजकल अक्सर लोग हुज़ूरे अन्वर ﺻَﻠَّﻰ ﺍﻟﻠّٰﻪُ ﺗَﻌَﺎﻟٰﻰ ﻋَﻠَﻴٔﻪِ ﻭَ ﺍٰﻟِﻪٖ ﻭَﺳَﻠَّﻢ के नामे मुबारक के साथ सलअम, अम और दुसरे निशान (जैसे स.अ.व., स.अ.स. S.A.W वग़ैरा-वग़ैरा) लगाते हैं!_ _ इमाम जलालुद्दीन सुयूती ﺭَﺣٔﻤَﺔُﺍﻟﻠّٰﻪِ ﺗَﻌَﺎﻟٰﻰ ﻋَﻠَﻴٔﻪِ फ़रमाते हैं कि: “पहला वह शख़्स जिसने दुरूद […]
सूरए अअराफ़ – पन्द्रहवाँ रूकू
(1) यानी मिस्त्र में तेरा विरोध करे और वहाँ के निवासियों का दीन बदलें, और यह उन्होंने इसलिये कहा था कि जादूगरों के साथ छ: लाख आदमी ईमान ले आए थे. (मदारिक) (2) कि न तेरी उपासना करें, न तेरे मुक़र्रर किये हुए देवी देवताओं की. सदी का कहना है कि फ़िरऔन ने अपनी क़ौम […]
तफ़सीर सूरए अअराफ़ – सोलहवाँ रूकू
(1) और दरिद्रता और भुखमरी की मुसीबत में जकड़ा. (2) और कुफ़्र और बुराइयों से बाज़ आएं. फ़िरऔन ने अपनी चार सौ बरस की उम्र में तीन सौ बीस साल तो इस आराम के साथ गुज़ारे थे कि इस मुद्दत में कभी दर्द या बुख़ार या भूख में नहीं पड़ा था. अब दुष्काल की सख़्ती […]
Ye 3 Surah Tumhe Har Cheez Ke Liye Kaafi Ho Jayegi
Hadith: Abdullah bin khubayb (RaziAllahu Anhu) se riwayat hai ki, RasoolAllah (Salallahu Alaihi Wasallam) ne farmaya: ‘Subah aur sham 3 baar Surah Al-Ikhlas , Surah Al-Falaq aur Surah An-Nas padh liya karo, ye tumhe har cheez ke liye kaafi ho jayegi (yani har tarah ki pareshaniyo se bachne ke liye ye kaafi hain) Sunan Abu dawud, Jild 3, 1643-Hasan Hadith: Uqba bin Amir (RaziAllahu […]