Kya haiz wali aurat niyaz ka khana paka sakti hai
Kya haiz wali aurat niyaz ka khana paka sakti hai, log kehte hai napak aurat niyaz ke liye khana nahi paka sakti aur kya hadis, panjsurah ya koi deeni kitab utha ya padh sakti hai, agar wo hindi me ho…
मुहर्रम में क्या करे ✔️ क्या न करे
**************HIQAYAT**************** MUHARRAM UL HARAM ISLAMI SAAL YAANI SAN HIJRI YA QMRI SAAL KA PEHLA MAHINA HAI IS MAAH ISLAMI SAN TABDEEL HOTA HAI DUA KI JIYE KE ALLAH TAALA NE NAYE ISLAMI SAAL KO ISLAM AUR ALAM E ISLAAM KI…
इस्लाम में देवर भाभी का रिश्ता कैसा हो ?
आजकल जो सबसे ज़्यादा ख़तरनाक फितना मुस्लिम मुआशरे में चल रहा है वो देवर और भाभी का मेल जोल है, अक्सर इंडिया और पाकिस्तान में आम तौर पर देखा गया है के शादी के बाद लड़की अपने ससुराल में देवर…
बाप की अज़मत- वाक़या एक बाप बेटे का
एक शख़्स नबी करीम ﷺ की ख़िदमत मे हाज़िर हुआ और उसने अपने बाप की शिकायत की के या रसूलल्लाह ﷺ मेरा बाप मुझ से पूछता नहीं और मेरा सारा माल ख़्रच कर देता है…..!आप ﷺ ने उनके वालिदे मौहतरम…
Apne Haal ki Fikr Karo
★ Sahaba Raziyallahu anhum azmaien ke daur me Sahaba ؓ . Ki poori saff zameen pe giri padi thi, . ★ Namaz ke baad jab Aap ﷺ ne salaam fera to Ashaabe suffa zameen per gire hue the, bhookh aur…
Durood Sareef Ki Fazilat
●दुरुद पढ़ना क़यामत के खतरात से नजात का सबब है। ●दुरुद पढ़ने से बन्दे को भूली हुई बात याद आ जाती है। ●दुरुद मजलिस की पाकीज़गी का बाइस है और क़यामत के दिन ये मजलिस बाइसे हसरत नही होगी। ●दुरुद…
6 Kalima In Hindi With Tarjuma
🌹 छह कलमें और उनका तर्जुमा🌹 . 👉🏻. पहला कलमा तय्यब: ला इलाहा इलल्लाहु मुहम्मदुर्रसूलुल्लाहि ! . » तर्जुमा: अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के नेक बन्दे और रसूल है. . 👉🏻. दूसरा…
PULSIRAAT KI RAAHDARI
HIQAYAT . Ek Din Siddiq-A-Akbar Radi-Allahu-Ta’aala-Anhu Hazrat Maula Ali Radi-Allahu-Ta’aala-Anhu Ki Taraf Dekhker Muskuraye! Maula Ali Radi-Allahu-Ta’aala-Anhu Ne Daryaft Kiya, Janab Mujhe Dekhker Aap Muskuraye Kyon? Siddiq-A-Akbar Radi-Allahu-Ta’aala-Anhu Ne Farmaya, Aye Ali! Mubarak Ho Mujhse Huzoor SALLALLAHU-TA’AALA-ALAIHI-WASALLAM Ne Farmaya, Ki…
Durrod E Pak
हदीस – जिसने दुरूदे पाक को ही अपना वज़ीफा बना लिया तो ये उसकी दुनिया और आखिरत के लिए तन्हा काफी है और उसको दूसरे किसी वज़ीफे की जरूरत ही नहीं है (बहारे शरीयत,हिस्सा 3,सफह 77) . दुरूदे ग़ौसिया –…
वो बूत परस्त था फिर मुसलमान हो गया
हज़रत ईब्राहीम अलैहिस्सलाम की आदत थी की वो मेहमान के बगैर खाना नहीं खाते थे, (और जो खाना मेहमान के साथ खाया जाये उसका हिसाब भी नहीं होता ) एक दिन भूख लगी घरवालों को खाना पकाने का कहा और…