मुहब्बत की हक़ीक़त
हज़रते सैय्यिदना शिब्ली علیہ رحمۃاللہ القوی फरमाते हैं: “एक दफा मैंने एक मज्ज़ूब (यानी मजनूं,दीवाना) देखा जिसे बच्चे पत्थर मार रहे थे- उसका चेहरा और सर लहूलुहान और शदीद ज़ख्मी था-” हज़रत सैय्यिदना शिब्ली علیہ رحمۃاللہ القوی उन बच्चों को डांटने लगे तो उन्होंने कहा: “हमें छोड़ दो ! हम इसे क़त्ल करेंगे क्यूंकि ये […]
आशिक़े रसूल_ﷺ_डाकू
मौलाना शफी ओकाड़वी رحمتہ اللہ علیہ अपनी किताब में लिखते हैं: “मुझे विहाड़ी के एक गांव से बड़ा मुहब्बत भरा खत लिखा गया कि… मौलाना साहब हमारे गांव में आज तक मीलाद नहीं पढ़ा गया- हमारा बहुत दिल करता है..आप हमें वक़्त इनायत फरमा दें..हम तैयारी कर लेंगे-” मैंने मुहब्बत भरे जज़्बात देखकर खत लिख […]
हज़रते यूसुफ और हुस्न का नज़ारा
हज़रत यूसुफ़ علیہ السلام का एक दोस्त बड़ी मुद्दत के बाद मिला..वो बड़े मुल्कों की सैर और तजुर्बा हासिल कर आया था- हज़रत के सामने उसने बहरो बर के तमाम अजायब व गरायब बयान किए- जब बातें हो चुकीं तो आपने फ़रमाया कि: “मेरे लिए तुम क्या सौग़ात लाए हो…?” वो बोला: “आप दीनों दुनियां […]
फतहे मक्का
मक्के में अबू सुफियान बहुत बेचैन था,”आज कुछ होने वाला है”( वो बड़बड़ाया) उसकी नज़र आसमान की तरफ बार बार उठ रही थी- उसकी बीवी”हिन्दा” जिसने हज़रत अमीर हम्ज़ा का कलेजा चबाया था उसकी परेशानी देखकर उसके पास आ गई थी, क्या बात है? क्यूं परेशान हो? हूं? अबू सुफियान चौंका – कुछ नहीं- तबीयत […]
मां की बद्दुआ
मुस्लिम व बुखारी में ये वाक़िआ हज़रत अबू हुरैरा رضی اللہ تعالیٰ عنہ से मरवी है कि नबी صلی اللّٰہ تعالیٰ علیہ واٰلہٖ وسلّم ने बयान किया कि: “जरीज एक इबादत गुज़ार आदमी थे- उन्होंने आबादी से बाहर एक इबादतगाह बना ली और उसी में रहा करते थे- एक बार उनकी मां उनके पास आईं […]
Nikah
हुज़ूर नबी ए करीमﷺ ने इरशाद फ़रमाया :- औरतों से उनके हुस्न के सबब शादी ना करो हो सकता है उनका हुस्न तुम्हें तबाह कर दे, न उनके माल की वजह से शादी करो हो सकता है की उनका माल तुम्हें गुनाहों मे मुबतेला कर दे, बल्कि उनके दीन की वजह से निकाह किया करो, […]
इंसानों की तरह बोलने वाली गोह
एक शख्स ने गोह का शिकार किया और उसे अपने घर ले जाने के लिए चल पड़ा- रास्ते में उसने लोगों को एक जगह जमा हुए देखा तो किसी से पूछा: “ये लोग किसके गिर्द जमा हैं?” लोगों ने कहा: “उसके गिर्द जिसने नबूव्वत का दावा किया है- (यानी नबी ए करीम ﷺ)” वो लोगों […]
मदीने में रमज़ान
आज भी मदीने के शहरी किसी अजनबी को देखते हैं तो उसे मुहम्मद कह कर पुकारते हैं और साथी को या सिद्दीक़…लिहाज़ा यह दुनिया का वाहिद शहर है जिसमें हर मेहमान हर अजनबी का नाम मोहम्मद और हर साथी सिद्दीक़ है…। अंसार ने हुजूरﷺ की तवाज़ो की और उनकी नस्लें हुजूरﷺ के मेहमानों की खिदमत […]
हजरते खदीजा रजियल्लाहु अन्हा
بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ येह रसूलुल्लाह ﷺ की सब से पहली बीवी और रफ़ीक़ए हयात हैं। येह खानदाने कुरैश की बहुत ही बा वकार व मुमताज़ खातून हैं ,इन के वालिद का नाम खुवैलद बिन असद और इन की मां का नाम फ़ातिमा बिन्ते जाइदा है ,इन की […]
बादशाह का लंगर और फक़ीर
नेक दिल बादशाह का लंगर खुला रहता, और मख्लूक़े खुदा सुबह शाम आती और खाना तनावुल करती,नये वज़ीरे खज़ाना ने बादशाह को मशवरा दिया: सरकार ये लंगर हुकूमती खज़ाने पर बोझ है इसको खत्म कर दें- बादशाह ने वज़ीर के कहने पर लंगर बंद कर दिया बादशाह ने रात को ख्वाब देखा कि वो अपने […]