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हदीस : अबु हुरैरा (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की,
रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया–

“एक तंदुरस्त मोमीन अल्लाह तआला के नजदीक कमजोर मोमीन से ज्यादा पसन्दीदा और बेहतर है,

–हर चिज मे भलाई तलब करे,
–जो तुझे नफा दे उसमे रगबत कर (यानी उसके करिब जा)
–और अल्लाह से मदद मांग
और दिल न हार,

अगर तुझे कोई मुसीबत पहुंचे तो युं न कह —
‘अगर मै इस इस तरह कर लेता’,

बल्कि ये कह — ‘जो अल्लाह ने मुकद्दर कर दिया और जो उसने चाहा किया’,

क्योंकी लफ्ज ‘अगर’ शैतान का काम शुरू करा देता है”,
📖(सुनन इब्ने मजा, वो-1, हदीस-79, साहीह )

राई के दाने बराबर ईमान वाला भी दोजख से अजाद….!! –

हदीस : अबु सईद अल-खुदरी (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की,
रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया–

“जब अहल-ए-जन्नत जन्नत मे चले और अहल-ए-जहन्नम जहन्नम मे दाखिल हो जाएगें तो अल्लाह तआला फरमायेगा की

‘जिसके दिल मे राई के दाने के बराबर भी ईमान हो तो उसे दोजख से निकाल लो, और उस वक्त ओ लोग
निकाल लिए जाएगें जो जलकर कोयले की तरह हो गये होगें, उसके बाद उन्हें नहर-ए-हयात मे डाला जाएगा जिसकी वजह ओ इस तरह तरो ताजा (Fresh) हो जाएगें जैसे सैलाब की जगह पर कचरे मे से दाना उग जाता है।’,

रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम)ने फरमाया —
“क्या तुमने देखा नही की उस दाने की जगह जर्द रंग का लिप्टा हुआ बरौनक पौधे (Small Plant) उग जाता है।

📖(अबु-दाऊद बुक-027, हदीस-4080)

अपने शौहर के सेवा दुसरे मर्द का जिक्र न करे..!!

हदीस : हजरत अबदुल्लाह बिन मसउद (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की,

रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया–
“कोई औरत किसी औरत से मिलकर अपने शौहर से उसका (पराई औरत का) हुलिया न ब्यान करे गोया के ओ उसे देख रहा है।”
📖(सहीह बुखारी, हदीस – 5241)

❇तसरिह : मतलब इस बात का डर है के कही शौहर उस औरत का हुलिया सुनकर उसपर फिदा होकर अपनी औरत
को तलाक न दे दे या उस के फितने मे मुब्तला न हो जाए ।,,,

याद रहे! बिवी कभी शौहर से किसी गौर मर्द या औरत की तारिफ न करे और न शौहर बिवी से किसी गैर औरत या मर्द की तारिफ करे, अगर करोगे तो मियां-बिवी मे शक, हसद, नफरत, दुश्मनी, सारी बुराइयां पैदा हो जाती है, जिसका अंजाम तलाक या कत्ल होता है।

Aafreen Seikh is an Software Engineering graduate from India,Kolkata i am professional blogger loves creating and writing blogs about islam.
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