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Soorah Kausar

Surah Kausar – In Hindi 

बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम

 

In English

Inna Aatayna kal Kausar

Fasalli Lirabbika Wanhar

Inna Shaniaka Huwal Abtar

 

Hindi Me

इन्ना आतय नाकल कौसर

फसल्लि लिरब्बिका वन्हर

इन्ना शानिअका हुवल अब्तर

 

Tarjuma Surah kausar in Hindi

 

बेशक हमने आपलोगो  को कौसर अता फरमाई है

तो क्यों न आप अपने परवर दिगार के लिए नमाज़ पढ़ा करें और कुर्बानियां किया कीजिये

यकीनन ही आपका दुश्मन ही हमेशा बे नामो निशान रहेगा

 

Surah Kausar Ki Tafseer

दोनों जहाँ के मालिक हमारे प्यारे नबी पाक सल्लाल लाहू अलैहि वसल्लम की बीवी हज़रत खदीजा र.अ. से दो बेटे और चार बेटियां पैदा हुए बेटियां तो जिंदा रहीं लेकिन दोनों साहबजादे जिनका नाम कासिम और दुसरे का नाम अब्दुल्ला था बचपन में ही उन दोनों वफात पा गए फिर मदनी ज़िन्दगी में आपकी बांदी हज़रत मारिया किब्तिया से हज़रत इब्राहीम पैदा हुए और वो भी बचपन में वफात फरमा गए |

 

दोनों बेटों के बाकी न रहने में गालिबन अल्लाह की ये हिकमत थी कि आम तौर से एक पैगम्बर के बाद उसकी औलाद को पैगम्बरी से नवाज़ा जाता था जबकि रसूलुल (S.A.W) पर नबियों का सिलसिला ख़त्म हो चूका है तो अगर बेटे जिंदा रहते तो वहां के लोग ग़लतफ़हमीके शिकार हो जाते और जिन लोगों के दिलों में इफरात व ताफरीत थी वो इस किस्म का मसला खड़ा कर सकते थे इसलिए अल्लाह तआला के तरफ से ही बेटों में से कोई औलाद दुनिया में बाकी नहीं रखी गयी |

सूरह कौसर कब नाजिल हुआ

जिस किसी इंसान का का औलादें लड़की ( लड़का ) अगर जिंदा न रहे तो अरब के लोग उसे अब्तर कहा करते थे और ये सब गुमान रखा करते थे क्यू कि मरने के बाद वे इंसान बे नामो निशान रह जाता है और कोई उसका नाम लेने वाला नहीं होता इसलिए जब नबी पाक (S.A.W.) के दोनो साहब ज़ादों का वफ़ात हुआ तो मक्का के मुशरिकीनो में एक तरह की ख़ुशी की लहर दौड़ गयी और उसी दरमियान ये सूरत surah kausar नाजिल हुआ |

Aafreen Seikh is an Software Engineering graduate from India,Kolkata i am professional blogger loves creating and writing blogs about islam.
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